उत्तराखण्ड

देहरादून: दो जमातियों में कोरोना पुष्टि होने के बाद आजाद कॉलोनी को भी सील कर दिया गया

जमातियों की हरकत के चलते आजाद कॉलोनी को भी सील कर दिया गया है। यहां की मस्जिद में ठहरे पश्चिम बंगाल के दो जमातियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद यह कदम उठाया गया है। देहरादून की यह छठी कॉलोनी है, जिसे सील/लॉकडाउन किया गया है। अब आजाद कॉलोनी के लोगों के भी घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लागू हो गई है।

जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने सोमवार दोपहर को आजाद कॉलोनी को सील करने के आदेश जारी किए। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया। आदेश के मुताबिक यहां की करीब आठ हजार की आबादी तीन मई की मध्य रात्रि तक अपने घर पर ही रहेगी। यहां के लोग जरूरी वस्तुओं की खरीद के लिए भी बाहर नहीं निकल पाएंगे। इसमें भी परिवार के सिर्फ एक सदस्य को घर से बाहर निकलने की अनुमति होगी। राशन, फल-सब्जी, दूध आदि की आपूर्ति के लिए कॉलोनी में सरकारी मोबाइल वैन उपलब्ध रहेगी। कॉलोनी के लोग तभी घर से बाहर निकलकर सामान खरीदेंगे, जब वैन उनके घर के पास से गुजरेगी। राशन व फल-सब्जी की आपूर्ति मोबाइल वैन से कराने की जिम्मेदारी जिला पूर्ति अधिकारी को सौंपी गई है, जबकि दूध आदि की आपूर्ति का जिम्मा सहायक निदेशक डेयरी विकास को दिया गया है।

इस तरह सील की गई आजाद कॉलोनी

पूरब दिशा में नामदेव कॉलोनी, पश्चिम दिशा में मुन्नी चौक, उत्तर दिशा में बच्चा दाह संस्कार स्थल व दक्षिण दिशा में टर्नर रोड के बीच जो भी भाग है, वह सील कर दिया गया है। कॉलोनी को जोड़ने वाले सभी मार्गों पर भी पुलिस ने बेरिकेडिंग लगा दी है। साथ ही पहरा भी कड़ा कर दिया गया है।

21 लोगों को किया क्वारांटाइन

आजाद कॉलोनी से दो लोग कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पुलिस ने कांटेक्ट ट्रेसिंग किया। 21 लोग ट्रेसिंग में सामने आए, जिन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है। जो दो जमाती पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें पहले ही क्वारंटाइन किया हुआ था।

खांसी-जुकाम की शिकायत पर यहां करें संपर्क

आजाद कॉलोनी व इसके आसपास के क्षेत्र में यदि किसी भी व्यक्ति को खांसी-जुकाम की शिकायत है तो वह तत्काल प्रशासन को सूचना देगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने 0135-2729250, 2626066, 2726066 व मो.7534826066 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति में पुलिस विभाग के टोलफ्री नंबर 112 पर संपर्क किया जा सकता है।

यह कॉलोनी पहले से पाबंद

देहरादून में भगत सिंह कॉलोनी, कारगी ग्रांट, लक्खीबाग (मुस्लिम बस्ती), डोईवाला में केशवपुरी बस्ती व झबरावाला।

बैंक, एटीएम भी बंद, उपलब्ध रहेगी मोबाइल एटीएम

कॉलोनी क्षेत्र में आने वाले सभी बैंक व एटीएम को भी जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में बंद कर दिया गया है। यहां के लोगों की नकदी की जरूरत को पूरा करने के लिए मोबाइल एटीएम वैन की सेवा उपलब्ध रहेगी। इस व्यवस्था को बनाने का काम जिला लीड बैंक अधिकारी को दिया गया है।

दो किमी का इलाका बना हॉट-स्पॉट

आजाद कॉलोनी में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है और इसके साथ दो किमी का दायरा हॉट-स्पॉट जोन में आ गया है। वहीं, सात किमी का क्षेत्र बफर जोन के तहत आएगा। इस पूरे इलाके में भी सघन तरीके से कम्युनिटी सर्विलांस किया जाएगा।

जमातियों के कारण बढ़ा उत्तराखंड में कोरोना का मर्ज

प्रदेश में जब-जब स्थिति संभलती दिखती है, जमातियों के कारण कोरोना का ग्राफ एकाएक बढ़ जाता है। यह लोग हर अंतराल बाद सिस्टम के लिए चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। अभी पांच दिन पहले की ही बात लीजिए। लगा था कि हालात अब स्थिर हैं। हम इस संकट से उबर जाएंगे। पर मरीजों का ग्राफ 37 से बढ़कर 46 पर पहुंच गया। पांच दिन के भीतर कोरोना के नौ मरीज सामने आ चुके हैं। जिनमें सात जमाती या उनके संपर्क में आए लोग हैं। यही नहीं प्रदेश में जो 28 एक्टिव केस हैं, उनमें भी 26 यही लोग हैं। इसी कारण एक नौ माह का बच्चा तक कोरोना संक्रमित हो चुका है।

दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज व अन्य राज्यों से आए जमातियों ने उत्तराखंड को खतरे में डाल दिया है। देहरादून में अब तक कोरोना के सर्वाधिक 24 मामले सामने आए हैं। जिनमें तकरीबन 71 फीसदी जमाती या उनके संपर्क में आए लोग हैं। इसी वजह से शहर में भगत सिंह कॉलोनी, कारगी ग्रांट, आजाद कॉलोनी व लक्खीबाग मुस्लिम कॉलोनी को सील करना पड़ा और एक बड़ी आबादी संदिग्ध की श्रेणी में आ गयी। जनपद हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर पर भी इस बीमारी का भार इन्हीं की वजह से पड़ा है। इसी कारण देहरादून, हरिद्वार व नैनीताल जनपद आज रेड जोन में है।

42 दिन भगवानपुर में रहे कोरोना संक्रमित

सोमवार को जिन दो जमातियों में कोरोना की पुष्टि हुई है वह 25 से 27 जनवरी के बीच निजामुद्दीन मरकज में गए थे। 27 जनवरी को वे रेल मार्ग से हरिद्वार पहुंचे। जानकारी के अनुसार 27 जनवरी से आठ मार्च के बीच यह दोनों भगवानपुर स्थित अलग-अलग मस्जिदों में जाते रहे। इसके बाद यह लोग देहरादून आ गए और यहां आजाद कॉलोनी में रुके थे। ऐसे में हरिद्वार में यह किस-किस के संपर्क में आए इसे लेकर भी सिस्टम की बेचैनी बढ़ गई है। इनसे जानकारी जुटाकर ऐसे सभी लोगों को अब ट्रेस किया जा रहा है।

दो जमाती डिस्चार्ज

दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में भती दो और जमाती ठीक हो गए हैं। लैब से लगातार दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सोमवार को इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। यह अगले 14 दिन आइलोलेशन में रहेंगे। इनमें से एक मरीज भगत सिंह कॉलोनी का रहने वाला है जबकि दूसरा कानपुर निवासी है। जो कि जमात में दून आया हुआ था।

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