उत्तराखण्ड

उत्‍तराखंड में कोरोना का कोई नया मामला नहीं, अब तक नौ मरीज हुए स्वस्थ

प्रदेश में बुधवार को कोरोना का कोई नया मामला नहीं आया। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज, एम्स ऋषिकेश व दून स्थित एक प्राइवेट लैब से जिन 90 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली है, उसमें सभी निगेटिव हैं। इनमें सबसे अधिक 40 सैंपल हरिद्वार के हैं। जबकि देहरादून के 25, उत्तरकाशी के नौ, रुद्रप्रयाग के तीन और नैनीताल व पौड़ी के एक-एक सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव है। प्राइवेट लैब में जांचे गए 11 सैंपलों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। प्रदेश में अभी तक कोरोना के 37 मरीज आए हैं। इनमें नौ स्वस्थ हो चुके हैं। जिन 28 मरीजों का उपचार चल रहा है, वह सभी जमाती या उनके संपर्क में आए लोग हैं।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश से अभी तक कुल 2413 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से 2022 की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि 37 मामलों में रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। फिलवक्त प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 28 है। जबकि 354 मामलों में जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वहीं कोरोना संक्रमित या संदिग्ध 472 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि वर्तमान समय में प्रदेशभर में 53 हजार 151 लोगों होम क्वारंटाइन व 1833 संस्थागत क्वारंटाइन में हैं। बुधवार को प्रदेशभर से 239 और सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें सबसे अधिक 98 सैंपल हरिद्वार जनपद से हैं। जबकि नैनीताल से 76, देहरादून से 28, ऊधमसिंहनगर से 21, चंपावत व पौड़ी से दो-दो और रुद्रप्रयाग से एक सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। प्राइवेट लैब में भी 11 सैंपलों की कोरोना जांच अभी होनी है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए चिन्हित किए गए हॉटस्पॉट में व्यापक स्तर पर सर्विलांस, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सैंपलिंग व जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

संक्रमित जमाती के संपर्क में आए 38 लोग भर्ती

दिल्ली व देश के अन्य हिस्सों से लौटे जमाती किस कदर स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन सकते हैं। यह बुधवार को एक बार फिर दिख गया। हरिद्वार के भगवानपुर में निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमाती के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उसके संपर्क में आए 38 को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। वहीं,लक्सर में कोरोना पॉजिटिव जमाती के संबधियों व पड़ोसियों को आइसोलेट कर दिया गया है।

देश में कोरोना संक्रमण के फैलने का सबसे बड़ा कारण बने जमातियों ने अब अपने आसपास के लोगों को संक्रमित कर खतरे को कई गुना बढ़ा दिया है। इस सब के बाद भी हकीकत यह है कि कई जमाती अभी भी छिपे हुए हैं। अगर उन्हें जल्द नहीं खोज निकाला गया तो कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा आने वाले दिनों में और तेजी से बढ़ेगा। जानकर हैरानी होगी कि हरिद्वार के मानक माजरा से तीन युवक 20 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज गए थे और अगले ही दिन गांव लौट आए। इसमें से एक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।

वह ऋषिकुल मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। पुलिस ने गांव को सील कर दिया है और उस जमाती के संपर्क में आए 38 लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उधर, लक्सर में एक कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए 49 लोग आइसोलेट किए गए हैं।

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