उत्तराखण्ड

तिरंगा यात्रा में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं कार्मिको सहित सीमावर्ती क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के हजारों बच्चों ने लिया हिस्सा

कोलकाता  स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत बीएसएफ के उत्तर बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत 72वीं वाहिनी की ओर से भारत-बांग्लादेश सीमा के पास विशाल तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। कमांडेट की अगुवाई में बीएसएफ की सीमा चौकी पंजीपारा इलाके में शनिवार को आयोजित इस तिरंगा यात्रा में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं कार्मिको सहित सीमावर्ती क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के हजारों बच्चों ने हिस्सा लिया।

अधिकारियों ने बताया कि इस यात्रा में सेवाग्राम गवर्नमेंट हाई स्कूल, भटोल, डीएल-एड ट्रेनिंग कालेज, मदरसा दारुल उलूम इस्लाम भटोल और भाटून पंचायत के अन्य प्राथमिक स्कूलों के लगभग 6,000 विद्यार्थियो ने भाग लिया। इसके अलावा स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि, स्कूलों के शिक्षक गण एवं पंचायत प्रमुख व सदस्यों ने भी इस तिरंगा यात्रा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। समारोह की अध्यक्षता बंगाल सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री सत्यजीत बर्मन ने की। मंत्री के अलावा इस समारोह में नूरुल इस्लाम, अध्यक्ष, सेवाग्राम शासकीय हाई स्कूल, शमसुल इस्लाम, प्राचार्य डीएल-एड ट्रेनिंग कालेज भटोल, मोहम्मद युसूफ अली, ग्राम प्रधान, भाटून ग्राम पंचायत समेत पंचायत के सभी सदस्यों एवं क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

इस तिरंगा यात्रा के जरिए बीएसएफ ने सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को प्रोत्साहित किया। रैली के दौरान हाथों में तिरंगा लिए बीएसएफ कर्मियों व स्कूली बच्चों ने जमकर भारत माता की जय व अन्य देशभक्तिपूर्ण नारे लगाए। इस दौरान सीमावर्ती गांव के लोगों से अपने- अपने घरों पर झंडा लगाने की अपील की गई। सभी ने इसका स्वागत किया।

2000 राष्ट्रीय ध्वज भी वितरित किए

इस अवसर पर बीएसएफ यूनिट द्वारा छात्रों और आम नागरिकों के बीच लगभग 2000 राष्ट्रीय ध्वज भी वितरित किए गए।इस मौके पर सेवाग्राम गवर्नमेंट हाई स्कूल और स्थानीय आबादी के सहयोग से 72वीं वाहिनी द्वारा विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। बड़ी संख्या में लोग इसे देखने पहुंचे। इस दौरान मंत्री सत्यजीत बर्मन ने यूनिट के अधिकारियों और जवानों के साथ बातचीत की और 72वीं वाहिनी द्वारा सीमा की सुरक्षा के लिए किये जा रहे अच्छे कार्यों और क्षेत्र की सीमावर्ती आबादी के साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित करने की सराहना की। मंत्री ने हथियारों की प्रदर्शनी में भी गहरी रुचि दिखाई और एक- एक चीज को बारीकी से देखा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button